दोस्तों ,हरियाली से लहलाते खेत सभी को बहुत प्रिय है और इन्ही खेतो को देखने पर आँखों में एक नई ऊर्जा का संचार होता है ,ओर इसी की वजह है की अधिकतर युवा वर्ग उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद खेती को व्यवसाय के रूप में चुनना पसंद करते है ,जिससे वह आधुनिक वह नई तकनीको से खेती को एक नया रूप दे रहे है | और आज हम ऐसे ही एक युवा किसान की सफल कहानी के बारे में जानेगे |
चलिए जानते है सफल युवा किसान लक्ष्य डाबाश की कहानी के बारे में
दिल्ली के युआ किसान लक्ष्य दाबाश ने अपनी M.A. की डिग्री लेने के बाद जैविक खेती करना शुरू किया और कृषि में ही अपना भविष्य बनाने की ठान ली , यह किसान दस एकड़ खेत में जैविक खेती कर रहे है | लक्ष्य डाबाश के परिवार में पहले से ही जैविक खेती की जा रही थी जिसे आगे बढाना ही लक्ष्य डाबाश ने अपना भविष्य समझ लिया | हालांकि पढाई के बाद खेती का कार्य इनके लिए नया था इसके लिए इन्होने धीरे-धीरे जानकारी जुटानी शुरू की और खेती करना प्रारम्भ कर दिया | और आज लक्ष्य अपने खेतो में विभिन्न किस्म की सब्जिया उगा रहे है साथ ही अनाज का उत्पादन भी कर रहे है , फसल उगाने में लक्ष्य मौसम तथा जैविक खाद का खाश ख्याल रखते है वो चाहते है की मेरे खेत से निकलने वाले फल सब्जियाँ जिन घरो में जाए वहा की पूरी थाली ही जैविक हो |
लक्ष्य जैविक खेती कर custmer को शुद्ध जैविक फल –सब्जियाँ तो उपलब्ध करवा ही रहे है साथ ही अन्य लोगो को भी जैविक खेती के फायदे एवं महत्व को बताकर उन्हें भी जैविक खेती की तरफ लेकर आ रहे है | लक्ष्य ने अपने खेत में अंतर फसले लगा रखी है इसके साथ ही वह मल्टीलेयर खेती को अपनाते है ,वह बताते है की किस प्रकार से फसले एक दुसरे को परस्पर सहयोग करती है ,इससे फसलो की रोगों एव कीटो में भी सुरक्षा होती है | फसलो को रोगों से सुरक्षा के लिए यह केवल जैविक उत्पाद का इस्तेमाल करते है तथा कीटो से बचाव के लिए इन्होने अपने खेत में फेरोंमेन ट्रैप , लाइट ट्रैप लगाते है | वो बताते है की खेती में काफी फ्यूचर है नई-नई तकनीको को अपनाकर तथा जहरमुक्त खेती कर किसान लाखो रुपए कम सकता है |
लक्ष्य अपने खेतो में जो भी सब्जियां उगाते है उन सब्जियों की वह नर्सरी तैयार करते है उसके बाद उन पौधो को वह अपने खेत में रोपाई करते है जिससे पौधे से पौधे की दुरी निर्धारित रूप में रखी जा सकती है |
करीब 15 राज्यों के 55 किसान लक्ष्य के सम्पर्क में है जो जैविक खेती करते है तथा उपज लक्ष्य को देते है लक्ष्य इस उपज की प्रोसेसिंग कर बाजार में बेचते है , आज लक्ष्य के पिताजी को यह सतुष्टि है की उनके परिवार के साथ-साथ उनसे जुड़े परिवार भी बिना रसायन वाला शुद्ध भोजन ग्रहण कर रहे है , लक्ष्य के पिता बताते है की उन्होंने साल 2000 में थोड़ी बहुत जानकारी लेकर जैविक खेती को शुरू किया और उसके बाद उनके बेटे ने जैविक खेती को आगे बढाया |
लक्ष्य ने आज जो जैविक खेती में मुकाम हासिल किया है ,वह अन्य युवा किसानो को भी साँझा करते है लक्ष्य चाहते है की देश का युवा किसान जहर मुक्त खेती करे और लोगो को स्वस्थ वह जैविक फल सब्जियां उपलब्ध करवाए | इसके लिए लक्ष्य कार्यशाला आयोजित करते है जिसमे वो जैविक खेती से सबंधित और जैविक खेती से किस प्रकार वो लाखो रूपये कमा रहे है और अन्य युवा किसान भी किस प्रकार से कमा सकते है इसके सबंध में पूरी जानकारी देते है |
तो दोस्तों मै आशा करता हु सफल युवा किसान की यह कहानी आपको अच्छी लगी होगी तो इस पोस्ट शेयर जरुर करे और किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए आप हमसे कांटेक्ट कर सकते है|
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